
Monday, 15 June 2009
Friday, 22 May 2009
Friday, 24 April 2009
Friday, 6 February 2009
डा. व्योमेश चित्रवंश जेएनएनआरयूएम् के सी टैग सदस्य मनोनीत

हमारी वरुणा के संयोजक डा० व्योमेश चित्रवंश को वाराणसी नगर के विकास के लिए जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण मिशन के क्रियान्वयन के लिए बनी गई नगरिया तकनिकी सलाहकार परिषद् (सी-टैग) के सदस्य मनोनीत किए गए हैं। सलाहकार परिषद् मिशन के अंतर्गत होने वाले कार्यो व योजनाओं के सम्बन्ध में सलाह व समीक्षा का कार्य करेगी। परिषद् में डा० चित्रवंश के अर्थशास्त्रीय एवं विधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए नगरिया वित्त कार्य समूह के प्रमुख की जिम्मेदारी दी गई है।
सलाहकार समिति में रांची विश्वविद्यालय एवं महात्मा गाँधी कशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति प्रो० सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डा ०आर एन सिंह, पॉवर कारपोरेसन के पूर्व उप महा प्रबंधक डीसी दीक्षित, जैसे लोगो के साथ कुल ग्यारह सदस्यों का मनोनयन किया गया है।
हमारी वरुणा परिवार अपने संयोजक के इस सम्मान से गौरवान्वित है.
Saturday, 24 January 2009
वरुणा संरक्षण के दो महारथी.... व्योमेश एवं सूर्यभान

"हमारी वरुणा" के संस्थापक व्योमेश चित्रवंश पेशे से अधिवक्ता है। कशी हिंदू विश्व विद्यालय और उदय प्रताप कॉलेज वाराणसी से शिक्षा प्राप्त श्री चित्रवंश मेधावी छात्र होने के साथ साथ छात्र जीवन से ही सामाजिक जन जागरूकता के कार्यक्रमों से जुड़े रहे है। वरुणा के प्रति उनका मोह बीसवी सदी के आखिरी वर्षो में जगा। जब उन्होंने देखा की वाराणसी की पहचान रही अस्सी नदी को पूर्णतः समाप्त कर दिया गया। हमारी वरुणा की स्थापना के साथ ही इन्होने क्षेत्रीय नागरिको, डाक्टरों, शिक्षको , छात्रो और अधिवक्ताओ को वरुणा से जोड़ा। आज व्योमेश चित्रवंश के प्रायशो से अनेको स्वयमसेवी संस्थाएं एवं आम जन हमारी वरुणा से जुड़ते जा रहे है.
श्री सूर्य भान सिंह "हमारी वरुणा " के सह संयोजक है। उदय प्रताप कॉलेज वाराणसी से वाणिज्य एवंम प्रबंधन में स्नातक सूर्यभान एवं व्योमेश छात्र जीवन से ही एक दुसरे के सहयोगी रहे है। सूर्य भान अपने को पूर्णतया वरुणा के पुनरुद्धार एवं संरखन के प्रति समर्पित कर व्योमेश के विचारो को वास्तविकता के धरातल पर लेन का प्रयास कर रहे हैं.
...और वरुणा तट रोशनी से जगमग हो उठा...









वरुणा देव दीपावली को "हमारी वरुणा" के प्रयासों से क्षेत्रीय नागरिको ने वरुणा के स्वच्छता सरंक्षण और शुचिता के संकल्पों के साथ शास्त्री घाट पर दीपक जलाया तो संपूर्ण वरुणा तट दीपो की रोशनी से जगमग हो उठा।
इस नयनाभिराम दृश्यों को हमारे कार्यकर्ता अंकुर विस्वकर्मा ने अपने कमरे की नजर से देखा। प्रस्तुत है अंकुर के कमरे की आँख में कुछ यादगार दृश्य.
Thursday, 8 January 2009
नुक्कड़ नाटको द्वारा वरुण के लिए जन जागरूकता
Monday, 5 January 2009
Subscribe to:
Posts (Atom)