सेवापुरी। एक ओर साधु-संत और ग्रामीण सूखती वरुणा नदी में पुन: जलप्रवाह
देखने की आकांक्षा लिए आंदोलनरत हैं, वहीं शासन-प्रशासन की बेरुखी उन्हें
उद्वेलित कर रही है। वरुणा के पुनरुद्धार के प्रति बेपरवाह बनी प्रशासनिक
मशीनरी को जगाने के लिए संतों और ग्रामीणों ने नया रास्ता खोजा है। रविवार
को वरुणा मुक्ति अभियान के तहत लोग विभिन्न गांवों में पदयात्रा के जरिये
अलख जगाते हुए तेंदुई स्थित अमिलहा घाट पहुंचेंगे और यहां सूखी वरुणा में
धान की रोपाई करेंगे।
शनिवार शाम संतों ने सेवापुरी ब्लाक के खरगूपुर, पचवार, बरनी, हाथी आदि गांवों में पदयात्रा निकाल ग्रामीणों को वरुणा की रक्षा के लिए जागरूक किया। इसके बाद संतों की टोली भिटकुरी स्थित विहारेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। यहां महंत बाबा रामदास के आचार्यत्व में शिवार्चन किया गया। तत्पश्चात आचार्य सभाजीत पांडेय के नेतृत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ किया गया।
शनिवार शाम संतों ने सेवापुरी ब्लाक के खरगूपुर, पचवार, बरनी, हाथी आदि गांवों में पदयात्रा निकाल ग्रामीणों को वरुणा की रक्षा के लिए जागरूक किया। इसके बाद संतों की टोली भिटकुरी स्थित विहारेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। यहां महंत बाबा रामदास के आचार्यत्व में शिवार्चन किया गया। तत्पश्चात आचार्य सभाजीत पांडेय के नेतृत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ किया गया।
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