गंगा का यह कातर विलाप आखिर कब तक अरण्यरोदन बना रहेगा। एक तरफ जाह्नवी को निर्मल-निर्झर बनाने की कोशिशों के ढपोरशंखी दावे और दूसरी तरफ दिलों को झकझोर देने वाली गंगा की दुर्दशा की यह तस्वीर। सच को झुठलाने और फर्ज से मुंह चुराने के इस अपराध की सजा किसको मिले यह वक्त तय करेगा जरूर। फोटो : उत्तमराय चौधरी
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