Friday, 25 May 2012

नगर निगम व जल निगम की कुदृष्टि का शिकार सिगरा के पॉश बादशाह बाग कालोनी के पार्क

वाराणसी, सिटी रिपोर्टर : एक ऐसे दौर में जब ग्लोबल वार्मिग को लेकर दुनिया भर में मंथन का दौर चल रहा हो..शासन स्तर पर तमाम योजनाएं भी बनायी गईं हों, किंतु निजी स्वार्थ और विकास की अंधी दौड़ ने प्राकृतिक संतुलन को तहस-नहस करने में कोई कसर बाकी नहीं रखा है। बाग-बगीचों को काटकर कंक्रीट के जंगल खड़े करने का दौर बदस्तूर जारी है। एक ऐसी ही कोशिश गुरुवार की देर शाम नगर निगम व जल निगम की कुदृष्टि का शिकार सिगरा के पॉश बादशाह बाग कालोनी के पार्क में की गई, जब ठेकेदार ने ओवरहेड टैंक बनाने के नाम पर कालोनी के एक हरे-भरे पार्क में जेसीबी चलवाकर वहां की हरियाली नष्ट करने की कोशिश की। हालांकि कालोनीवासियों के प्रबल विरोध के कारण ठेकेदार को बैरंग लौटना पड़ा। हरियाली के लिए तरस रहे कालोनीवासियों ने जब हरे-भरे पार्क को उजड़ते देखा तो वे सड़क पर उतर आए। इस बीच ठेकेदार की ओर से जुटाए गए कुछ अराजक तत्वों ने भी मोर्चा संभाल लिया। यह महज संयोग रहा कि टकराव से पूर्व ही पुलिस फोर्स पहुंच गई, वरना किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था। इसी ठेकेदार ने लगभग तीन वर्ष पूर्व भी पार्क में भारी खोदाई कर वहां की हरियाली को नष्ट करने का प्रयास किया था, उस समय भी उसे पब्लिक के मुखर विरोध के कारण मुंह की खानी पड़ी थी, तब तत्कालीन अधिकारियों ने जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए पार्क में ओवरहेड टैंक बनाने का निर्णय निरस्त कर दिया था। ठेकेदार का कहना था कि उसने जेएनएनयूआरएम के तहत पार्क में ओवरहेड टैंक बनाने की नगर निगम व जल निगम से अनुमति ली है, किंतु मौके पर वह कोई भी वैद्य पत्र नहीं दिखा सका। इस पर एसएसपी के निर्देश पर पहंुचे पुलिस अधिकारियों ने ठेकेदार को ताकीद की कि अगर उसने असामाजिक तत्वों की मदद से शांति भंग की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। टंकियों के निर्माण के पीछे आर्थिक घोटाले की साजिश : विरोध करने सड़क पर उतरे कालोनी के रामस्वरूप अग्रवाल, जगदीश झुनझुनवाला, वेद प्रकाश, रमेश ओझा, कमर अब्बास खान, नवीन श्रीवास्तव व डॉ.रोहित गुप्ता का कहना था- शहर में शुद्ध व स्वच्छ जल की आपूर्ति के बारे में सोचना नि:संदेह एक अच्छी पहल है, किंतु पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखना उससे कहीं ज्यादा जरूरी। उनका कहना था कि बादशाह बाग कालोनी से महज सौ मीटर की दूरी पर गुलाब बाग व शास्त्री नगर पार्क में दो टंकिया कुछ ही समय पूर्व बनी हैं, जहां से काफी बड़े क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की जा सकती है। फिर बादशाह बाग कालोनी के पार्क में हरियाली नष्ट कर वहां एक और टंकी बनाने की कोशिश क्यूं की जा रही है? इन टंकियों के निर्माण के पीछे किसी गहरी आर्थिक घोटाले की साजिश की बू आ रही है। आज यहां पानी टंकी बना रहे हैं तो कल पावर हाउस भी बनाएंगे। हम पार्क में ओवरहेड टैंक नहीं बनने देंगे। पुरजोर मुखालफत होगी किसी भी तुगलकी फरमान की।
पब्लिक की भावनाओं का ध्यान रखेंगे : नगर आयुक्त :
 इस संबंध में नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पाण्डेय ने कहा कि पब्लिक की भावनाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा। ऐसी कोई कोशिश नहीं होगी कि किसी हरे-भरे पार्क ही हरियाली को नष्ट कर वहां कोई निर्माण कराया जाय। यदि इलाके में जलापूर्ति के लिए ओवरहेड टैंक का निर्माण जरूरी है तो इसके निर्माण के लिए किसी अन्य स्थान की तलाश की जाएगी।

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