वाराणसी, संवाददाता : गंगा-वरुणा के सवाल की अनदेखी को दर्शाने के लिए वरुणा किनारे प्रतीक स्वरूप गांधी के तीन बंदरों को बैठाया गया। बताया गया कि इन्हें गंगा-वरुणा के हितों की बात न सुनाई देती है, न दिखाई देती है और ना ही कुछ बोल सकते हैं। लोकचेतना की ओर से आयोजित इस प्रदर्शन कार्यक्रम में केके उपाध्याय, इंद्रजीत निर्भीक, हरिशंकर सिंह, नित्यानंद मिश्र, कैलाश सिंह, शमसुल आरफिन आदि ने हिस्सा लिया
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