Friday, 25 May 2012

बनारस की पहचान में वरुणा नदी जुड़ी है

सेवापुरी। वरुणा नदी की निर्मलता और अविरलता की मांग को लेकर मंगलवार को भाजपा और भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने सत्तनपुर बाजार में जुलूस निकाला। नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता वरुणा घाट पर पहुंचे जहां वरुणा को निर्मल बनाने का संकल्प लिया।
भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि बनारस की पहचान में वरुणा नदी जुड़ी है। बावजूद इसके नदी को निर्मल रखने की दिशा में कदम नहीं उठाया गया जिससे आज इस नदी की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। वरुणा घाट पर कार्यकर्ताओं ने नदी को स्वच्छ और निर्मल रखने के लिए हरसंभव प्रयास करने का संकल्प लिया। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से शारदा सराय और ज्ञानपुर नहर प्रखंड का पानी वरुणा में छोड़ कर उसे रिचार्ज करने और पुराने पुल का गेट खुलवाने की मांग की। जुलूस का नेतृत्व भाजपा के जिला महामंत्री प्रेमनारायण पांडेय, भाजयुमो के पूर्व मंडल अध्यक्ष पंकज सिंह, महामंत्री शशि सिंह ने किया। इस मौके पर धुरंधर सिंह, जटाशंकर सिंह डब्लू, धर्मेंद्र पांडेय, मुन्ना गुप्ता, शंकर कन्नौजिया, नागेेंद्र तिवारी, सुनील गुप्ता, विनोद सिंह, सतीश सिंह, श्यामसुंदर पटेल आदि थे। उधर, पं. ताराशंकर और पं. रमेशचंद तिवारी ने कहा कि वरुणा और अस्सी को मिलाकर ही वाराणसी का नाम पड़ा है। वरुणा का दूसरा नाम अमृतदायिनी भी है। वरुणा की दुर्दशा बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।

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