एक ओर गंगा की निर्मलता के लिए आन्दोलन हो रहे हैं वहीं गंगा की सहायक एवं उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी के मध्य बहने वाली वरुणा नदी गंदे नाले में परिवर्तित हो गई है।
खुले आम कूडा कचरा एवं बूचड़ खाने का अवशिष्ट वरुणा में डाला जा रहा है। इस कारण पौराणिक एवं ऐतिहासिक नदी वरुणा के पानी से नहाना तो दूर यह अब स्पर्श लायक भी नहीं रहा। नदी के पास से गुजरने वालों को दुर्गन्ध के चलते नाक पर हाथ रखकर निकलना पड़ता है। बदबू के चलते लोग तेजी से भागते हैं।वरुणा पार इलाके में खुले तमाम बूचड़ खाने के मालिक व मांस विक्रेता जानवरों के अवशिष्ट खुले आम नदी में डाल रहे है। रात के अंधेरे में पुल से अवशिष्ट डाल दिया जाता है।
hindustan live:26-03-12 03:28 PM
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