Sunday 14 November, 2010

बनारस में पोलीथिन के उपयोगिता को कम और लगभग समाप्त कैसे किया जा सकता है ,


एक प्रयास आपका ....

बनारस में पोलीथिन के उपयोगिता को कम और लगभग समाप्त कैसे किया जा सकता है ,

यह एक जटिल और काफी हद तक किसी सनकी आदमी का प्रश्न कहा जा सकता है ,लेकिन हम कुछ बनारसियों को लगता है ऐसा हो सकता है बसर्ते हम अपने शहर को किराये का घर न समझ कर उसे ख़ुद के पूर्वजो द्वारा बनाया गया एक घरौदा समझे जिसे उन्होंने हमारे लिए बनाया बसाया था ,जिस दिन हम ऐसा सोच लेगे उसी दिन हमें लगेगा की पोलीथिन में सामान लेने ले जाने का हमारा ये शौक हमारे शहर को की कदर दूषित कर रहा है और शायद आप पोलीथिन लेना बंद कर देगे ,लेकिन आज के दौर में हम अधिकतर काम पोलीथिन के इर्दगिर्द ही करते है जैसे घर का सामान लाना सब्जी लाना ,दूध तो पोलीथिन पैकेट में ही आता है बहुत से खाने पीनेके सामान पोलीथिन में ही पैक कर आते है ,आख़िर कैसे बचा जाए इस पोलीथिन से ।
थोड़ा मुश्किल जरुर है लेकिन असंभव तो नही है कम से कम यदि झोले में सामान खरीदने की आदत आप डाल ले तो आपने बहुत हद तक अपने शहर को मनो पोलीथिन से बचा लिया ,और आपका घरौदा साफ सुंदर बना रहेगा । लेकिन फैशन के इस दौर में झोला लेकर बाजार जाकर कोई भला झोला छाप क्यो बनेगा ,अरे भाई अब तो ऐसे झोले बन रहे है जिसे आप लेकर चलना अपने लिये फैशन मानेगे और यकीनन ऐसे झोले यदि आप देख ले तो जरुर लेना चाहेगे ,निचे के तस्वीर में जो झोला या बैग आप जो भी कहेदेख रहे है उसे एक sanstha द्वारा इस तरह बनाया गया है की इसे आप कमर में लटकाकर सेल फ़ोन की तरह रख सकते है और दुकान पे जाकर खोलेगे तो इसमे १० किलो से ज्यादा सामान आप भर लेगे और फिर घर में सामान रख कर इसे फिर से बेल्टवाले हुक में लटका लिया ,इसका उपयोग कर आप बहुत हद तक पोलीथिन से अपने घर को बचा सकते है ,आप चाहे तो इस झोले को ले सकते है ,हम आपको ये भी बता दे की ये झोला हम बेचते नही है बल्कि पोलीथिन त्यागने संकल्प लेने वाले को गिफ्ट में देते है और अपेक्षा करते है की वो यदि इसके बदले कोई सहयोग करना चाहते है तो जरुर करे क्योकि इस बैग के मध्यम से बनारस में महिलाओ को रोजगार मिला है । बैग को लेने के लिये आप Banaras2020@gmail.com पे संदेश भेज सकते है इस बैग के बारे में और अधिक जानकारी के लिये http://smallsteps।in/ पे लोग करे
दीप्ती सिंह --वाराणसी

1 comment:

ASHOK BAJAJ said...

बेहतरीन प्रस्तुति .