जागरण
संवाददाता, वाराणसी :
काशी की जनता को झूठे ख्वाब दिखाने वाला नगर निगम अब
तो आला अफसरों से भी झूठ बोलने में भी जरा नहीं हिचक रहा है। वह भी एक-दो
बार नहीं तीन-तीन बार।
नगर आयुक्त ने गत माह कमिश्नरी में हुई बैठक में कमिश्नर समेत अधिकारियों
के सामने दावा किया था कि गंगा की सफाई को लेकर नगर निगम संवेदनशील है। नई
व्यवस्था के तहत सभी 84 घाटों पर नियमित रूप से तीन-तीन शिफ्ट में
कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर सफाई कराई जा रही है। नदी में डाले गए कूड़े व
फूल-माला को दो नावों से हटाया जा रहा है। पांच अन्य नाव भी इस कार्य में
शीघ्र लगेंगे।
नगर आयुक्त ने यह दावा 15 मई को पहली बार किया था। उसके बाद 21 व 25 मई को
कमिश्नर के यहां हुई बैठक में भी नगर आयुक्त व निगम के अन्य अधिकारियों ने
अपना पुराना दावा दोहराया था। इस दौरान कमिश्नर ने चेताया भी था कि वे
स्वयं दावों की हकीकत जानने निकलेंगे। कमिश्नर ने भले ही नगर निगम के दावों
को सच मानकर अब तक निरीक्षण करने की जहमत न उठाई हो लेकिन सोमवार को दैनिक
जागरण की टीम ने कुछ घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को गंगा में
गंदगी का अंबार तो दिखा ही साथ ही प्रमुख घाटों की सीढि़यों पर भी गंदगी
इकट्ठा मिली।
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